POEM- वक़्त को थोड़ा वक़्त दो !

 

वक़्त को थोड़ा वक़्त दो






वक़्त को थोड़ा वक़्त दो

ये वक़्त संभल जायेगा,

तूफ़ान में गया कोई और है

लौट कर कोई और आएगा 

ये द्वन्द भी थम जायेगा

तू खुद से भी मिल जायेगा 


जो रौशन करे हर अँधियारा

तू वो मशाल जलायेगा,

हसरत का सैलाब है तुझमें

कोशिश कर वो भी पायेगा 

हर मुश्किल से लड़ जायेगा

तू खुद वो राह बनाएगा 


हार थी कल, कल जीत होगी

ये हौसला तुझे बनाएगा,

मेहनत तेरी जस्बा तेरा

हर चुनौती पार कराएगा 

तू जीतेगा तू छायेगा

तू खुद मिसाल बन जायेगा 


तिज्ञा श्री


When life gives you the toughest situation and nothing seems to work alright, a small motivation works like magic. When things go beyond the reach, give time some time...sometimes. You will meet a person in you who can stand on both the feet and win.



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